हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक हाई कोर्ट में छठे दिन सुनवाई के दौरान मुस्लिम छात्राओं का पक्ष रख रहे वकील ने पक्षपात का आरोप लगाया। वकील ने कहा कि आखिर सरकार अकेले हिजाब को ही क्यों मुद्दा बना रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेजों में हिंदू लड़कियां चूड़ी पहनती हैं, जबकि ईसाई लड़कियां क्रॉस पहनती हैं। आखिर उन्हें क्यों नहीं संस्थानों से बाहर भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी आदेश में किसी अन्य धार्मिक प्रतीक की बात नहीं की गई है। आखिर हिजाब ही क्यों? क्या यह उनके मजहब के चलते ही नहीं है। मुस्लिम लड़कियों से भेदभाव पूरी तरह मजहब पर ही आधारित है। हिजाब विवाद को लेकर बुधवार की सुनवाई पूरी हो गई है। अब फिर कल ढाई बजे हाई कोर्ट में फिर से सुनवाई होगी।