भोपाल । चुनावी साल में मप्र कांग्रेस में कुर्सी की दौड़ तेज हो गई है। संगठन में कुर्सी पाने के लिए दावेदार दम लगा रहे हैं। इसके लिए मप्र के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल से संपर्क बना रहे हैं।  वहीं इंदौर में शहर कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर चल रहा घमासान अब प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ और विधायक जीतू पटवारी पर केंद्रित हो गया है। दोनों ने इंदौर को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाते हुए अपने करीबी नेताओं को अध्यक्ष बनवाने के लिए ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। नाथ वर्सेस पटवारी की लड़ाई में जीत किसकी होगी इसका फैसला फरवरी में हो जाएगा। इधर अध्यक्ष बनने के लिए दावेदारों ने भी दम दिखाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस संगठन में बदलाव करते हुए 22 जनवरी को इंदौर जिलाध्यक्ष अध्यक्ष विनय बाकलीवाल को हटाकर बागड़ी की नियुक्ति कर दी गई थी। विधायक जीतू पटवारी ने जम्मू में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जरिए बागड़ी को शहर अध्यक्ष बनवाकर अपनी ताकत दिखाई थी जो प्रदेशाध्यक्ष नाथ को नागवार गुजरी। उन्होंने 24 घंटे में ही बागड़ी की नियुक्ति को होल्ड करवा दिया। प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने दिल्ली से नियुक्ति को होल्ड किया था क्योंकि नाथ की पंसद गोलू अग्निहोत्री थे। पटवारी के दांव चलने से गोलू सहित अन्य दावेदार चारों खाने चित हो गए थे और बागड़ी की लॉटरी निकल गई लेकिन उनका विरोध होने से नियुक्ति होल्ड हो गई और शहर अध्यक्ष की कुर्सी खाली हो गई है। इस पर कौन बैठेगा? इसका फैसला दिल्ली से फरवरी में होगा क्योंकि भारत जोड़ो यात्रा का समापन होने के बाद पार्टी के समस्त बड़े नेता दिल्ली पहुंच जाएंगे।

गोलू और बागड़ी ने लॉबिंग तेज की
इंदौर से कई बड़े नेताओं के सीधे जुड़े होने के चलते विचार-विमर्श के बाद फैसला होगा इसलिए अध्यक्ष बनने के लिए गोलू और बागड़ी ने लॉबिंग शुरू कर दी है। साथ ही मप्र के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी संपर्क बना रहे हैं। गौरतलब है कि बागड़ी को शहर अध्यक्ष बनवाने के लिए विधायक पटवारी की मदद दिग्विजय सिंह सुरेश पचौरी शोभा ओझा संजय शुक्ला और विशाल पटेल ने की थी। अब अध्यक्ष को लेकर लड़ाई नाथ वर्सेस पटवारी हो गई है। इसके चलते विधायक शुक्ला और पटेल ने दूरी बना ली है। देखना यह है कि जीत किसकी होती है। इंदौर शहर अध्यक्ष का फैसला दिल्ली से होने के चलते बागड़ी के लिए विधायक पटवारी जहां राहुल गांधी के जरिए ताकत दिखाने में जुटे हैं वहीं बागड़ी के लिए प्रदेश प्रभारी अग्रवाल भी लगे हैं। नाथ ने इंदौर को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है क्योंकि उनकी पसंद गोलू हैं। वे भी गोलू को अध्यक्ष बनवाने के लिए दिल्ली में अपनी ताकत दिखाएंगे। अध्यक्ष की कुर्सी के लिए गोलू और बागड़ी के बीच चल रही लड़ाई में अब तीसरा नाम सुरजीत चड्ढा का सामने आने लगा है। चड्ढा राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के जरिए ताकत लगा रहे हैं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू में कांग्रेस बड़े नेताओं से चर्चा भी की थी। नेताओं से मुलाकात कराने में चड्ढा की मदद ङ्क्षसह ने की थी।