जयपुर । प्रदेश में 20 जून से आरम्भ हुई जिला स्तरीय कृृषि बजट आमुखीकरण कार्यशालाओं के क्रम में स्थानीय दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केन्द्र के ऑडिटोरियम में आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में कृृषि बजट घोषणाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और अन्तिम छोर पर बैठे किसानों तक किसान कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए जिला जनप्रतिनिधियों और प्रगतिशील  किसानों को कृृषि अधिकारियों ने कृृषि बजट घोषणाओं की विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर (जयपुर शहर, तृृतीय) अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि कृृषि के लिए अलग से प्रस्तुत बजट में इसका एक मजबूत ढ़ांचा विकसित किया गया है, जिसका लाभ किसानों को मिलेगा और कृृषि उत्पादन में भी वृृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके लिए बनी जनकल्याणकारी योजनाओं और कृृषि से सम्बन्धित कार्यो के लिए मिलने वाले अनुदानों की जानकारी व्यापक रूप में उन तक पहुंचाने जाने पर ही इन योजनाओं का उद्देश्य सही मायने में सिद्ध होगा।कार्यशाला में विभागीय अधिकारियों ने कृृषि बजट 2022-23 के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कृृषक कल्याण को कोष की राशि 2 हजार करोड़ से बढ़ाकर 5 हजार करोड़ कर दी गई है। कृृषक साथी योजना में 11 मिशन क्रियान्वित किये जा रहे हैं, इनमें अधिकतर मिशन के लिए प्रशासनिक स्वीकृतियां जारी कर दी गई हैं तथा कईयों में कार्य आरम्भ भी हो गये हैं। 12 लाख लघु एवं सीमान्त कृृषकों को नि:शुल्क बीज वितरण आरम्भ हो गया है। जयपुर क्षेत्र में अब तक 15 हजार मूंग, 42 हजार संकन बाजरा के बीजों का नि:शुल्क वितरण किया गया है।  कार्यशाला में बताया गया कि फार्म पौण्ड और डिग्गी निर्माण में किसान विशेष रूचि ले रहे हैं, साथ ही ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस, लो-टनल के लिए भी बड़ी मात्रा में आवेदन आ रहे हैं।  जयपुर जिले में 20 सामुदायिक जल स्त्रोतों की स्थापना हो चुकी है। सांगानेर, बगरू एवं शाहपुरा में नवीन मण्डिय़ों एवं मिनि फूड पार्क के लिए नि:शुल्क भूमि आवंटन प्रक्रिया जारी है। प्रतिभागियों को बताया गया कि राज्य में 114 नवीन दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का पंजीकरण पूरा हो चुका है, जिसमें जयपुर में 60 समितियां हैं। इन्दिरा गांधी नहर परियोजना में लगभग 1 हजार 600 करोड़ रूपये की लागत से जीर्णोद्धार एवं सिंचाई सम्बन्धी कार्य प्रगति पर हैं।