ग्वालियर ।   भितरवार के गोहिंदा में दो पक्षों के बीच प्रतिमा स्थापना का विवाद अभी थमा नहीं था कि एक और विवाद अब बिलौआ में सामने आ गया। डबरा के बिलौआ के वार्ड क्रमांक 11 स्थित करन सिंह पुरा में सोमवार को गौशाला के लिए भूमि पूजन से पहले डा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई। इसके बाद पूर्व मंत्री इमरती देवी भी पहुंच गई तो विवाद की स्थिति बन गई। मूर्ति को वहां से हटाकर नगर परिषद की सुपुर्दगी में दे दिया गया। शासकीय भूमि पर गौशाला निर्माण के लिए नगर परिषद में बाकायदा 28 लाख रुपए भी स्वीकृत हो चुके थे। यहां पूर्व मंत्री इमरती देवी से ग्रामीण महिलाओं के साथ नोंकझोंक का वीडियो बहुप्रसारित हुआ,जिसमें इमरती देवी कह रहीं है कि ज्यादा मौं मत चलाओ। इस मामले में माहौल बिगाड़ने को लेकर बिलौआ थाना पुलिस ने छह लोगों पर एफआइआर दर्ज की है। बताया जाता है कि भूमि पूजन लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी सुमन को करना था, लेकिन एक दिन पहले ही देर रात वहीं पर निवास करने वाले कुशवाह समाज के लोगों ने डा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। सुबह मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस प्रशासन और स्थानीय अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। लोगों को समझाने का प्रयास भी किया गया लेकिन विवाद बढ़ता चला गया। बाद में पूर्व मंत्री इमरती देवी सुमन भी लोगों के बीच पहुंच गई उनकी भी महिलाओं से खूब नोकझोंक हुई। बाद में प्रशासन ने मूर्ति को जिला कलेक्टर के आदेश से हटाकर नगर परिषद बिलौआ की सुपुर्दगी में रखवा दिया। वहीं पूर्व मंत्री इमरती देवी सुमन का कहना है कि गौशाला का भूमि पूजन के बाद में निर्णय लिया गया कि इस गौशाला का नाम भी डा भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा जाएगा। सीएमओ नगर परिषद बिलौआ पीयूष श्रीवास्तव का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर मूर्ति को नगर परिषद की सुपुर्दगी में रखवा दिया गया है। गौशाला का नाम भी डा भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा जाएगा। बाद में मूर्ति को भी यही स्थापित करने की बात की गई है। फिलहाल कोई विवाद की स्थिति नहीं है।