नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच कई बार बहस देखी गई है। दोनों ही एक दूसरे पर लगातार आरोप लगाते आए हैं। लेकिन अब एक ऐसा मामला देखने को मिला है, जिसमें सीएम ममता और राज्यपाल एक ही मंच से एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आए। दोनों ने अपने भाषणों में एक दूसरे पर जमकर हमला बोला। दरअसल ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ बंगाल ग्लोबल बिज़नेस समिट के मंच पर पहुंचे थे। जहां पहले भाषण की बारी राज्यपाल की थी। जब वो भाषण देने पहुंचे तो उन्होंने मंच से प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ करना शुरू कर दिया। धनखड़ ने कई बार पीएम मोदी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि, बंगाल में पार्टिशन प्रॉब्लम के चलते व्यापार में दिक्कत होती है। साथ ही धनखड़ ने इशारों-इशारों में ममता बनर्जी पर कई हमले बोले। इसके बाद बारी ममता बनर्जी की थी, जिन्होंने मंच पर आते ही राज्यपाल को उन्हीं के अंदाज में जवाब दिया। ममता ने राज्यपाल से हाथ जोड़कर कहा कि, इंडस्ट्री चलाने वालों को ‘एजेंसिंयों’ के ज़रिए परेशान न किया जाए। हमें केन्द्र से हर प्रकार की मदद चाहिए, गवर्नर्स कॉन्फ्रेंस में ये मुद्दा उठाएं। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि,  हम लोगों को बांटकर नहीं रखते हैं, सबको एक रखते हैं। हमारी नजर में सभी एक समान हैं। धर्म, जाति, कर्म के आधार पर बंटवारा नहीं करते हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि, पश्चिम बंगाल ऐसा पहला राज्य है जिसने कोविड आने के बाद भौतिक रूप से व्यापार शिखर सम्मेलन आयोजित किया है। 8 स्तंभ हैं जिन पर हमारी रणनीति है, पहला विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा है, दूसरा शिक्षा है, तीसरा- वंचितों के लिए सामाजिक सुरक्षा, चौथा कौशल विकास है, पांचवां स्तंभ पूंजी बुनियादी ढांचे का विस्तार करना है, जबकि छठा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस है, सातवां डिजिटलाइजेशन है और आठवां हड़ताल रोकना है।