इस्राइल में अदाणी समूह के सफल प्रवेश का जश्न मनाने के लिए मंगलवार को आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी हिस्सा लेंगे। यह आयोजन समूह की ओर से हाइफा बंदरगाह के अधिग्रहण के बाद किया जा रहा है।अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) और इस्राइल के गैडोट ग्रुप के कंसोर्टियम ने पिछले साल जुलाई में बंदरगाह के निजीकरण के लिए बोली लगाई थी। कंसोर्टियम ने हाइफा बंदरगाह के निजीकरण के लिए 1.18 बिलियन अमरीकी डालर की निविदा जीती थी।   

इसी साल 11 जनवरी को खरीद की प्रक्रिया पूरी की। गई है जिसके बाद बंदरगाह पर उन्नयन कार्य जोर-शोर से चल चल रहा है। कंसोर्टियम में भारतीय भागीदार के पास 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि इसके स्थानीय भागीदार के पास 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है।अदाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अदाणी भी मंगलवार को इस्राइल के इस उत्तरी तटीय शहर में हाइफा पोर्ट टेम्पररी क्रूज टर्मिनल पर समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी इस समारोह में मौजूद रहेंगे।   

इस्राइली गैडोट समूह को टेन फाउंडेशन और एलबीएच समूह की ओर से नियंत्रित किया जाता है और इसकी स्थापना 63 साल पहले हुई थी। इस समूह का इ्स्राइल, जर्मनी, नीदरलैंड और बेल्जियम में व्यापक व्यवसाय है और यह उद्योग क्षेत्रों और निजी खपत के लिए रसायनों, तेलों और बीजों के वितरण और रसद के क्षेत्र में अग्रणी है।हाइफा बंदरगाह शिपिंग कंटेनरों के मामले में इस्राइल का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है और यह शिपिंग पर्यटक क्रूज जहाजों के मामले में सबसे बड़ा है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कहा है कि सामान्य कार्गो और कारों से निपटने के स्पेक्ट्रम में अगले कुछ साल में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है और कंपनी के फोकस और निवेश में इससे विशेष मदद मिलेगी।