पिता और भाई ने किया महिला से बलात्कार, अस्पताल के रिकॉर्ड से मिली दोनों को 32 साल की सजा
लंदन । बचपन में ही अपने पिता और भाई से कई बार बलात्कार का शिकार हुई एक महिला ने खुलासा किया है कि किस तरह एक बेहद अहम मेडिकल डॉक्यूमेंट की मदद से दोनों को सजा दिलाने में उस कामयाबी मिली। दिलचस्प बात यह है कि इस डॉक्यूमेंट के बारे में महिला को कुछ याद भी नहीं था। बार्न्सले की रहने वाली 54 वर्षीय सारा साइडबॉटम ने अपने पिता आर्थर विलियम बॉडिच (73) और भाई आर्थर स्टीफन बॉडिच (54) को कुल 32 साल की जेल की सजा मिलने के बाद अब राहत की सांस ली है। महिला से पहली बार रेप तब किया गया, जब वह सिर्फ साढ़े तीन साल की थी, जिससे उसके शरीर के अंदरूनी हिस्सों को नुकसान पहुंचा और उसकी सर्जरी की जरूरत पड़ी। इसी समय उस जिस अस्पताल में भर्ती किया गया था, वहां के मेडिकल नोट्स ही थे जो उस भयानक दर्द के लिए दोनों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साबित हुए, जिसकी शुरुआत लगभग 50 साल पहले हुई थी।
खबर के मुताबिक, महिला ने कहा, ‘मुझे 2021 तक सर्जरी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और तभी मैंने अपने मेडिकल रिकॉर्ड पर गौर किया। मैं डरी हुई थी, लेकिन साथ ही, अभियोजन पक्ष को मेरे पिता के खिलाफ मामला बनाने के लिए बिल्कुल ऐसा ही कोई ठोस सुबूत चाहिए था। उन्होंने कहा, करीब 50 साल तक चुप रहने के बाद, मेरी इलाज का हिस्सा यह भी है कि मैंने उस दर्द के खिलाफ आवाज उठाई।
सारा ने खुलासा किया कि मुझे वह समय याद है, जब वह साढ़े तीन साल की थी, मुझे उसके बिस्तर से ले जाया गया, उसके पिता के बिस्तर पर लिटा दिया गया और फिर उसके साथ बलात्कार किया गया। महिला ने कहा, ‘मुझे याद है कि मेरी चीखों को दबाने के लिए उसका हाथ मेरे मुंह पर दबा हुआ था। परिवार के घर में हुए हमलों से वह इतनी बुरी तरह घायल हो गई थी कि उसे अपने चौथे जन्मदिन से पहले अस्पताल में सर्जरी करानी पड़ी थी। उसके पिता ने डॉक्टरों को बताया था कि वह एक गो-कार्ट के हैंडल पर गिर गई थी। सारा ने कहा कि उनके पिता के दो पहलू थे। एक तरफ वे अक्सर बहुत ही आकर्षक और मधुर थे, तब वहीं बहुत हिंसक भी हो जाते थे।
महिला ने कहा, ‘उस घटना के बाद मेरे पिता ने मुझे दो साल के लिए अकेला छोड़ दिया था और जब मैं लगभग 6 साल की थी तब हमले फिर से शुरू हो गए। सारा ने कहा, ‘हर बार जब भी मेरी मां बाहर जाती थी, वह अवसर का फायदा उठाकर मेरे साथ मारपीट और बलात्कार करते थे। महिला ने कहा, ‘एक कुदाल का लकड़ी का हत्था था, जिससे वे मुझे मारते थे। बंगले के बगल में अस्तबल में भी पिता ने मेरे साथ मारपीट की, जहां हमारे घोड़े थे।
बुरे जख्मों को याद कर सारा ने कहा, एक बार, जब उसने मुझे अपने बेडरूम में आने के लिए कहा, तब मैंने मना कर दिया। मैं उस वक्त लगभग 10 साल की थी। फिर मेरे पिता ने मुझे सोफे से बालों से पकड़कर खींचा और लात मारकर बेडरूम तक ले गए। ‘वह मुझे बिस्तर पर दबा रहा था और मैंने उसे मुझे मारने के लिए कहा ताकि मुझे मेरी पीड़ा से आजादी मिल जाए। उसके जाने के बाद, मैंने तकिये से अपना गला दबाने की कोशिश की। सारा ने कहा. ‘मैं चाहती थी कि यह सब खत्म हो जाए। यह आखिरी बार था जब मैंने उसके सामने खड़े होने की कोशिश की थी। सारा ने कहा कि उसके पिता गैरेज में बंदूकें रखते थे और एक बार उसने चेतावनी दी थी कि अगर उसने कभी दुर्व्यवहार के बारे में बात की, तब ‘वह मुझे या मेरी मां को गोली मार देगा।
सारा जब 13 साल की थी, तब उसके माता-पिता अलग हो गए और उसे उम्मीद थी कि यह उसके बुरे सपने का अंत करेगा। लेकिन उसका डर उस समय नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया जब बड़े भाई, आर्थर स्टीफन उनके साथ रहने आए। स्टीफन, जो उस समय 17 वर्ष का था, घर के अंदर चला गया और तुरंत अपनी ही बहन के साथ बलात्कार करने लगा। सारा ने कहा, ‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि यह फिर से हो रहा है। स्टीफन ने मेरे साथ बलात्कार किया और यह बेहद भयानक था।
सारा ने इन दर्दनाक यादों को अपने तक ही रखा और दशकों तक अपने मन में दबाती रही। लेकिन 2019 में, अपने नए पति, डैरेन (56) की मदद से सारा ने पुलिस में एक आधिकारिक शिकायत की और अक्टूबर 2021 में, उस उसके मेडिकल रिकॉर्ड की एक प्रति दिखाई गई, जिसमें बलात्कार से हुई आंतरिक क्षति की सर्जरी का विवरण भी शामिल था। सारा ने कहा, ‘मैं जो पढ़ रही थी उस पर मुझे विश्वास नहीं हो रहा था। मुझे अस्पताल जाने की कोई याद नहीं थी, ऑपरेशन की कोई याद नहीं थी। मेरे शरीर के निचले हिस्से में निशान हैं, लेकिन ये कभी नहीं सोचा था यह यौन शोषण से जुड़ा है।
सारा ने कहा, ‘पुलिस ने मुझे बताया कि मेरे पिता और भाई के खिलाफ आरोप लगाने के फैसले में यह मेडिकल नोट महत्वपूर्ण था। साल 2022 में स्वानसी क्राउन कोर्ट ने विलियम बॉडिच को 21 साल की सजा दी, जिसमें 20 साल की हिरासत और उसके बाद एक साल का विस्तार शामिल था। इस बीच, स्टीफन बॉडिच को भी 12 साल जेल की सजा सुनाई गई।