पुलिस मुख्यालय सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने ट्रांसपोर्टनगर थाना इलाके में स्थानीय पुलिस के सहयोग से 10 हजार के इनामी (वर्तमान सरपंच पति) हिस्ट्रीशीटर मुबीन मेव पुत्र गफूर खान (42) निवासी गांव बेलाका थाना एनईबी जिला अलवर को दस्तयाब किया है। बीकानेर से अलवर कानून व्यवस्था ड्यूटी में आये पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला करने के मामले में एक साल से वांछित चल रहा था।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम लगातार इनामी अपराधियों और अवैध मादक पदार्थ तस्करों की निगरानी कर उन पर करवाई कर रही है। इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों में अलग-अलग टीम रवाना कर आसूचना संकलित की जा रही है। टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल रविंद्र सिंह को पुख्ता सूचना प्राप्त हुई कि थाना एनईबी का हिस्ट्रीशीटर मुबीन खान रविवार को जयपुर आ रहा है।

एडीजी एमएन ने बताया कि इस पर आईजी प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशा राम चौधरी के सुपरविजन तथा पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल महेश कुमार, रविंद्र सिंह और कांस्टेबल नरेश की टीम द्वारा आरोपी के जयपुर आने वाले संभावित स्थानों को चिह्नित किया गया। एसएचओ ट्रांसपोर्ट नगर की टीम की मदद से आरोपी हिस्ट्रीशीटर मुबीन खान को डिटेन किया गया।

एडीजी ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध अलवर जिले के थाना शिवाजी पार्क, अरावली विहार, कोतवाली, एमआईए और एनईबी में जानलेवा हमला, चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट, अपहरण, डकैती के दौरान हत्या, इत्यादि गंभीर प्रकृति के 16 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। दिसंबर 2022 में आरोपी ने अपने साथियों के साथ पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें इस पर एसपी अलवर द्वारा 10 हजार का इनाम घोषित किया गया।

यह है मामला

19 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा में कानून व्यवस्था ड्यूटी के लिए बीकानेर से आए जाब्ते को अलवर जिले के एनईबी थाना अंतर्गत अंबेडकर नगर स्थित सामुदायिक भवन में ठहराया गया था। सामुदायिक भवन के बाहर रिक्शे में बैठे बेलाका निवासी हिस्ट्रीशीटर मुबीन मेव की एक पुलिसकर्मी से कहासुनी हो गई तो उसने अपने 70-80 साथियों को वहां बुला लिया। इनके हाथों में लाठी-डंडे और लोहे के सरिये थे। आरोपियों ने सामुदायिक भवन के दरवाजे एवं शीशे तोड़ने के साथ सरकारी वाहन और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें चार पुलिसकर्मी गंभीर घायल हो गए थे।

एडीजी एमएन ने बताया कि इस कार्रवाई में सीआईडी के हेड कांस्टेबल रविंद्र सिंह और कांस्टेबल नरेश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही, हेड कांस्टेबल महेश कुमार और राकेश जाखड़ का तकनीकी सहयोग रहा तथा पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर द्वारा टीम का कुशल नेतृत्व किया गया। ट्रांसपोर्ट नगर थाना अधिकारी जुल्फिकार मय टीम द्वारा सहयोग एवं गिरफ्तारी की गई।