राजस्थान में एक बार फिर से कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी है. ऐसे में 27 जनवरी प्रदेश के सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में सोमवार सुबह शून्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया, जिससे पानी के बर्फ में बदल गया. भीलवाड़ा, जयपुर और कोटा समेत राज्य भर के कई शहरों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी के पहले सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ के आ सकता है, जिससे राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है. 

तीन दिन और जारी रहेगी शीतलहर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कम से कम अगले तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिलेगी. 29 जनवरी से हवा के रुख में बदलाव से ठंड से कुछ राहत मिल सकती है लेकिन तब तक निवासियों को सुबह और शाम सर्द रहने के लिए तैयार रहना होगा. फिलहाल राजस्थान में मौसम साफ रहा, दिन में धूप खिलने से कुछ राहत मिली. वहीं, रातें ठंडी बनी हुई हैं, कई इलाकों में तापमान में काफी गिरावट आई है. 

फरवरी में पश्चिमी विक्षोभ का असर
2 फरवरी तक जम्मू-कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की उम्मीद है, जिसका असर उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी भारत पर पड़ेगा. हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में इसका असर देखने को मिल सकता है. राजस्थान के पूर्वोत्तर क्षेत्रों में बादल छाए रह सकते हैं और तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है. 

राजस्थान के लिए मौसम विभाग का अलर्ट 
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने 28 जनवरी तक पूरे राज्य में साफ आसमान और धूप खिलने का अनुमान लगाया है. दिन में धूप खिलने से ठंड से कुछ राहत मिलेगी. सुबह और शाम को तापमान कम रहने से ठंड बढ़ेगी. वहीं, 29 जनवरी को स्थानीय मौसमी सिस्टम सक्रिय हो सकते हैं, जिससे भरतपुर और जयपुर संभाग के जिलों में बादल छा सकते हैं और बारिश भी हो सकती है. 

मौसम विभाग के अनुसार, चूरू में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, इसके बाद भीलवाड़ा में 4.6 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 5.0 डिग्री सेल्सियस और चित्तौड़गढ़ और अलवर में 5.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.