अफगानिस्तान में अफीम रोधी अभियान  दौरान बुधवार को  गश्ती दल पर  हुए बम हमले में  12 अधिकारियों की मौत हो गई।   इस्लामिक स्टेट (ISIS) समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है । ISI ने बुधवार रात एक बयान में कहा कि बदख्शां प्रांत के फैजाबाद शहर में एक तालिबानी गश्ती दल को निशाना बनाकर एक मोटरसाइकिल में विस्फोट कर दिया गया, जिसमें गश्ती दल के 12 सदस्य मारे गए और  कई घायल हो गए जबकि चार पहिया एक वाहन भी नष्ट हो गया।

 

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी ने कहा कि अधिकारी इलाके में अफीम की फसल को नष्ट करने के लिए जा रहे थे। अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी संगठन, जो तालिबान का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी है, ने पूरे देश में स्कूलों, अस्पतालों, मस्जिदों और शिया बहुल क्षेत्रों में हमले किए हैं। मार्च में समूह ने कहा था कि उसके एक आत्मघाती हमलावर ने कंधार बैंक के पास अपना वेतन प्राप्त करने के लिए एकत्र हुए तालिबान के लोगों के बीच एक विस्फोटक बेल्ट में विस्फोट कर दिया।

 

नकारी के मुताबिक तालिबान ने देश में मादक पदार्थ कारोबार को खत्म करने का संकल्प लिया है और अप्रैल 2022 में इस पर औपचारिक प्रतिबंध लगा दिया, जिससे उन हजारों किसानों और दिहाड़ी मजदूरों को भारी झटका लगा, जो आजीविका के लिए अफीम से होने वाली आय पर निर्भर थे। पिछले साल नवंबर में मादक पदार्थों और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रतिबंध के बाद अफीम की खेती में 95 प्रतिशत की गिरावट आई है। अफगानिस्तान में तालिबान के शासन में प्रदर्शन बहुत कम होते हैं, लेकिन अफीम की खेती के खिलाफ अभियान के विरोध में पिछले सप्ताह बदख्शां में प्रदर्शन हुए।