जयपुर । राज्यपाल कलराज मिश्र की उपस्थिति में राजभवन में आई.एम.टी. गाजियाबाद एवं मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तथा गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के मध्य खेल संस्कृति के विकास के संबंध में एक महत्वपूर्ण सहमति पत्र (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर हुए। इसके अंतर्गत स्थानीय और पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित करने के साथ ही उच्च शिक्षण संस्थाओं में खेल संस्कृति को बढ़ावा दिए जाने पर कार्य होगा।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस अवसर पर उम्मीद जताई कि एमओयू से आई.एम.टी. गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर की मदद से हमारे विश्वविद्यालयों द्वारा राजस्थान में स्थानीय और पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित करने और खेलों के विकास का बेहतर वातावरण बन सकेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों का खेलों से जुड़ाव जन जागरुकता के माध्यम से ही हो सकता है। आई.एम.टी. गाजियाबाद और हमारे विश्वविद्यालयों का इस सबंध में संयुक्त प्रयास लोगों में खेल के प्रति जागरुकता पैदा कर उन्हें पारम्परिक खेलों के साथ आधुनिक खेलों से जोडक़र राजस्थान को खेलों में अग्रणी कर सकेगा। इस अवसर पर आई.एम.टी. गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर के हैड डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने बताया कि एमओयू के तहत प्रदेश के उदयपुर, भीलवाड़ा, डूँगरपुर, चित्तौडग़ढ़, राजसमन्द, सिरोही, बाँसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में पारम्परिक खेलों के विकास के साथ ही यहां पर खेलों से जुड़ी अन्य़ संभावनाओं पर कार्य करते हुए स्थानीय खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने का कार्य किया जा सकेगा।एमओयू के दौरान राज्यपाल के प्रमुख सविच श्री सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी श्री गोविन्द राम जायसवाल, गोविन्द गुरू जनजातीय एवं मोहन लाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी,  आई.एम.टी. गाजियाबाद के डायरेक्टर डॉ. विशाल तलवार, सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।