जयपुर । गहलोत शासन में शुरू हुई थी महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, कस्तूरबा गांधी के नाम 21 योजनायें जिनमें भाजपा सरकार ने कांग्रेस पर आरोप लगाने का कोई मौका नहीं चूका विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने अब गहलोत काल में शुरू की गई 21 योजनाओं में 10 योजनाओं के नाम बदले जाने का आरोप भजनलाल सरकार पर लगाया है सरकार ने सबसे पहले गहलोत काल में शुरू की गई 1.35 करोड़ महिलाओं को दिए जाने वाली मोबाइल योजना को बंद कर दिया है उसके बाद महात्मा गांधी, अंग्रेजी माध्यम स्कूलों पर हमले हुए लेकिन विरोध और सदन के सत्र के कारण बदल नहीं पाई। सबसे अधिक पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम से चल रही योजनाओं के नाम बदले गए अब भी 13 योजनायें महात्मा गांधी पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव व कस्तूरबा के नाम से चल रही है लेकिन ये योजनायें लोकप्रिय नहीं है इसलिए इनको तत्काल बंद नहीं किया सरकार की पाईप लाइन में बताई जा रही है जल्द आगामी बजट से पहले चार और योजनाओं के नाम बदलने की मंशा है गौरतलब है कि हाल ही शहरी बेरोजगारो के लिए गहलोत राज में चलाई गई 800 करोड़ की इंदिरा गांधी शहरी, रोजगार, गारंटी का नाम बदलकर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना किया गया है ज्ञात रहे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राजे शासन में शुरू की गई अन्नपूर्णा योजना का नाम बदलकर इंदिरा रसोई कर दिया था अब भजनलाल सरकार ने गहलोत काल में शुरू की गई करीब 10 योजनाओं के नाम बदल दिए है और कुछ को बंद कर दिया है जिनमें हर घर की मुखिया महिला को इंदिरा स्मार्ट फोन येाजना बंद कर दी गई है, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा का नाम बदल आयुष्यमान आरोग्य योजना किया, इंदिरा रसोई योजना को बदल कर दोबारा से अन्नपूर्णा  योजना नाम रखा गया, इंदिरा शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदल कर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना किया गया यह निर्णय एक दिन पहले ही सरकार ने किया है, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का नाम बदल पन्नाधाय बाल गोपाल योजना किया, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस येाजना का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना किया, राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना किया, मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीार्थ यात्रा योजना का नाम बदल पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना किया, इंदिरा महिला शक्ति उड़ान येाजना, इंदिरा महिला शक्ति जागरूकता शिक्षा कार्यक्रम और इंदिरा महिला एवं बाल विकास शोध संस्थान योजना को मर्ज कर कालीबाई भील संबल योजना किया गया है।