छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन दिनों प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। दोनों पार्टियां यानी बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने स्तर पर सियासी समीकरण और दांव पेंच लगाने में लगी हुई है। इसी क्रम में कांग्रेस की महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में मोर्चा-संगठन, प्रकोष्ठ, विभागों के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक हो रही है। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की उपस्थिति में ये बैठक बुलाई गई है। इसमें आगमी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा कर खास रणनीति बनाई जाएगी। विद्यानसभा मानसून सत्र और बूथ मैनेजमेंट को लेकर भी चर्चा हो सकती है। 

दूसरी ओर बीती रात को छत्तीसगढ़ बीजेपी विधायक दल की बैठक रायपुर स्थित नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के निवास पर आयोजित की गई। यह बैठक देर रात तक चली। इसके बाद मीडिया से चर्चा में नारायण चंदेल ने कहा कि बीजेपी भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। जरूरत पड़ने पर बसपा और जेसीसीजे के विधायकों से भी सहयोग लिया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हम छत्तीसगढ़ की मूलभूत समस्याओं, ज्वलंत समस्याओं और छत्तीसगढ़ में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसे कोल स्कैम, शराब घोटाला, पीएससी घोटाला, राशन घोटाला आदि जनता के सामने लाएंगे। कांग्रेस सरकार का असली चेहरा भ्रष्टाचार से भरा हुआ है। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार भ्रष्टाचार शिरोमणि की उपाधि से विभूषित करने लायक सरकार है। भूपेश सरकार से छत्तीसगढ़ की जनता हताश और निराश है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में बदलाव की बयार बह रही है। हम विधानसभा में छत्तीसगढ़ की जनता की आवाज बनेंगे। 

बेहद छोटा है मानसून सत्र  

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि 18 से 21 जुलाई तक होने वाला मानसून सत्र बेहद छोटा सत्र है। हमने पहले भी मांग रखी थी कि  यह अंतिम सत्र है तो कम से कम 10 दिन का होना चाहिए। विधायक दल की बैठक से पूर्व भिलाई के वैशाली नगर के दिवंगत विधायक विद्यारतन भसीन को श्रद्धांजलि दी गई। 

ये रहे मौजूद 

विधायक दल की बैठक में भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल, महामंत्री संगठन पवन साय ,नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर ,शिवरतन शर्मा, पुन्नूलाल मोहिले, डमरू धर पुजारी ,रंजना साहू ,कृष्णमूर्ति बांधी, रजनेश सिह आदि मौजूद रहे।