भाजपा ने एनसीपी-सपा सांसद सुप्रिया सुले पर उनके नरम रुख को लेकर हमला बोला

पुणे में एक मंदिर की पवित्रता के उल्लंघन को लेकर जिले में काफी हंगामा मचा हुआ है। वहीं, इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। इधर, भाजपा ने एनसीपी सपा सांसद सुप्रिया सुले पर उनके नरम रुख को लेकर जमकर निशाना साधा है। मामले में पुलिस ने पहले कहा था कि पौड़ गांव में मूर्ति का अपमान करने के आरोप में 44 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उसके 16 वर्षीय बेटे को हिरासत में लिया गया।
एनसीपी सपा सांसद ने क्या प्रतिक्रिया दी
वहीं, रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में एनसीपी (सपा) नेता और लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने सरकार से निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'पौड़ गांव में अन्नपूर्णा देवी मंदिर में एक युवक ने अनुचित कृत्य किया है। यह घटना बेहद घृणित और आक्रोश पैदा करने वाली है। कोई भी संवेदनशील व्यक्ति इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं कर सकता।' बारामती लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाली सुप्रिया सुले ने कहा, 'मैं सरकार से उसके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करती हूं। हमारा दृढ़ विश्वास है कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा या माफ नहीं किया जाना चाहिए।'
शिवसेना सांसद ने भी कार्रवाई की मांग की
मावल सांसद श्रीरंग बारणे ने भी इस अपवित्रीकरण को हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर किया गया कृत्य बताया। उन्होंने कहा, 'हम अपने धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।' 'यह सिर्फ एक अस्थिर व्यक्ति का कृत्य नहीं है, बल्कि भड़काने का जानबूझकर किया गया प्रयास है। मुलशी तालुका में बंद का आह्वान किया गया है, और इसे हिंदू समुदाय का समर्थन मिला है। हम दोषियों के लिए सख्त सजा की मांग करते हैं।'
भाजपा ने सुप्रिया सुले पर साधा निशाना
हालांकि, सोमवार को राजनीतिक दलों की निंदा ने एक अलग मोड़ ले लिया जब भाजपा एमएलसी चित्रा वाघ ने आरोपियों का नाम न बताने के लिए सुप्रिया सुले पर हमला किया। एक्स पर एक पोस्ट में चित्रा वाघ ने सुप्रिया सुले पर तुष्टिकरण की राजनीति में लिप्त होने और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अक्सर दिखाई जाने वाली संवेदनशीलता नहीं दिखाने का आरोप लगाया।
उन्होंने लिखा- 'क्या बात है, बारामती की बड़ी बहन? आप आमतौर पर बेहद संवेदनशील होने का दिखावा करते हैं, रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे मामलों पर भी अपने विचार जोश से व्यक्त करते हैं। लेकिन जब आपके अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक घृणित और अपमानजनक घटना हुई, तो आपने सिर्फ चार लाइनें ट्वीट कीं और चुप रहे।' चित्रा वाघ ने कथित अपवित्रता को हिंदू महिलाओं को धमकाने वाला संदेश बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय सुप्रिया सुले को उनकी चुप्पी के लिए कभी माफ नहीं कर पाएगा।