राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत का एक बयान आज सोशल मीडिया पर सुर्खिंया बटौर रहा है। राजस्थान सरकार के रोजगार उत्सव कार्यक्रम में सुधांश पंत ने पेपर लीक को लेकर पिछली गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए बयान दिया।

हालांकि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का भी संबोधन हुआ, लेकिन पंत का बयान सोशल मीडिया पर ज्यादा सुर्खियों में रहा। उन्होंने पिछली सरकार में हुई परीक्षाओं में गड़बड़ी का जिक्र किया। कहा कि पिछली सरकार में परीक्षाओं की क्रेडिबिलिटी पर प्रश्न लग गया था अब नई सरकार आई है तो युवाओं का भरोसा वापस लौटा है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की प्रणाली पर उठे सवालों को भाजपा सरकार में ठीक कर लिया गया है।

सोशल मीडिया पर वायरल, अब लोग पूछ रहे सवाल

मुख्य सचिव का यह बयान सियासी गलियारों के साथ सोशल मीडिया में भी जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है। अब इस बयान से जुड़ी पोस्टों पर लोग धड़ाधड़ सवाल भी दाग रहे हैं। कई लोग सीएस के इस बयान को राजनैतिक बता रहे हैं और पूछ हैं कि क्या ब्यूरोक्रेट राजनीतिक बयान दे सकते हैं।

हालांकि कुछ लोग इसे सीएस और गहलोत की अदावत का नतीजा बता रहे हैं। गहलोत ने पिछले दिनों पंत को एडहॉक सीएम बताते हुए कहा था कि भजनलाल तो सिर्फ फेस हैं काम तो सारे सीएस ही कर रहे हैं। आज जब सीएस ने सार्वजनिक मंच से पिछली सरकार में पेपर लीक को लेकर बयान दिया तो लोगों ने कमेंट बॉक्स में यह भी पूछा कि आप भी पिछली सरकार में राजस्थान में ही तैनात थे।
 
'एंटी चीटिंग से पेपर लीक पर लगाम'

पंत ने कहा कि छह महीने पहले सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की यह कोशिश रही है कि युवाओं को ना केवल रोजगार दिए जाएं, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी खोले जाएं। उन्होंने कहा कि एंटी चीटिंग टास्क फोर्स के गठन के साथ ही प्रदेश में पेपर लीक माफियाओं पर लगाम लगाने में कामयाबी मिली है।