यूआईडीएआई कर्मचारी की शिकायत पर दर्ज हुई बड़ी साइबर धोखाधड़ी की एफआईआर
यूआईडीएआई कर्मचारियों पर आधार सिस्टम के दुरुपयोग का आरोप, एफआईआर दर्ज
नई दिल्ली:
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के कुछ कर्मचारियों द्वारा आधार सिस्टम के गलत इस्तेमाल और धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एफआईआर दर्ज की है। शिकायत यूआईडीएआई के सहायक अनुभाग अधिकारी रविंदर रावल ने दर्ज कराई, जिसमें कई मल्टी-टास्किंग ऑपरेटर (MTO), आधार ऑपरेटर और अन्य अज्ञात लोग आरोपी हैं।
शिकायत का आधार बनी एक संदिग्ध वेबसाइट
यूआईडीएआई को www.findkar.online नामक वेबसाइट के जरिए आधार सेवाओं के अवैध वितरण की सूचना मिली थी। यह वेबसाइट नागरिकों को बिना अनुमति आधार प्रिंट, ईआईडी से आधार नंबर प्राप्त करने जैसी सेवाएं प्रदान कर रही थी। जांच के लिए प्राधिकरण ने एक टेस्ट ईआईडी साझा की, जिसके जरिए वेबसाइट ने 300 रुपये लेकर यूआईडी जनरेट कर दी।
आधार डेटा के लिए किया जा रहा था भुगतान
जांच में सामने आया कि एक एमटीओ, अपने सहकर्मी की लॉगइन आईडी का गलत इस्तेमाल कर पोर्टल से आधार जानकारी निकालता था और प्रत्येक UID के लिए 50 रुपये वसूलता था। यह रकम आमतौर पर उसकी पत्नी के खाते में ट्रांसफर की जाती थी।
साझेदारी और पैसे का लेन-देन
एफआईआर में बताया गया कि दो आधार ऑपरेटर लगातार एमटीओ को ईआईडी और मोबाइल नंबर भेजते थे। इसके बदले वे UID प्राप्त करते और पैसे देते थे। यह लेनदेन अप्रैल 2023 से फरवरी 2025 तक चला। जांच में यह भी पता चला कि एमटीओ ने दिल्ली मुख्यालय के दो पूर्व कर्मचारियों को भी पैसे भेजे थे, जो पहले से जांच के घेरे में हैं।
प्राधिकरण ने शुरू की कड़ी जांच
यूआईडीएआई ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आंतरिक जांच तेज कर दी है। प्रारंभिक जांच में पोर्टल के दुरुपयोग, अनधिकृत लॉगिन, और आर्थिक लाभ के लिए आधार डेटा के दोहन की पुष्टि हुई है। पुलिस सभी आरोपियों की भूमिका की जांच कर रही है।