जयपुर । राजधानी जयपुर के गोपालपुरा इलाके में एक फर्नीचर शोरूम में भीषण आग लगी तो चारों तरफ हड़कंप मच गया आग लगे बहुत देर नहीं हुई थी कि लपटें तीसरी मंजिल पर चल रहे कोचिंग सेंटर तक पहुंच गई. उस समय पूरी बिल्डिंग में 25 छात्र और पांच अन्य लोग मौजूद थे. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या होगा? वहां मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई. ऐसा लग रहा था कि अब कोई मसीहा ही बचा सकता है. सब लोग मन ही मन भगवान से मदद की गुहार लगा रहे थे कि तभी डीसीपी ईस्ट कार्यालय से डीसीपी गनमैन राम प्रकाश को भगवान ने अपना दूत बनाकर भेजा और कांस्टेबल राम प्रकाश ने अपनी जिंदगी की परवाह न करते हुए सभी की जान बचा ली।
कांस्टेबल राम प्रकाश के इस साहस की राजस्थान पुलिस ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर तारीफ की है.लोगों की मानें तो अगर कांस्टेबल राम प्रकाश ने तत्परता और सूझबूझ न दिखाई होती तो बिल्डिंग में फंसे छात्रों और अन्य लोगों की जान मुश्किल में फंस सकती थी.  दरअसल, फर्नीचर शोरूम में आग लगने पर शोरूम के ऊपर बने कोचिंग सेंटर में छात्र और स्टॉफ फंस गए थे. इस दौरान डीसीपी ईस्ट कार्यालय को आग लगने की सूचना मिली तभी मौके पर भाग कर गनमैन राम प्रकाश पहुंचे. उन्होंने तुरंत खिड़कियों के शीशे तोड़ लकड़ी की सीढ़ी लगा दी और अंदर फंसे सभी 25 लोगों को सकुशल बाहर निकाला. तारीफ करने वाली बात इसलिए भी है क्योंकि दमकल के पहुंचने से पहले ही गनमैन राम प्रकाश ने लोगों को रेस्क्यू कर लिया था. कांस्टेबल राम प्रकाश के इस साहस की तारीफ करते हुए राजस्थान पुलिस ने लिखा है कि जयपुर के गोपालपुरा बायपास स्थित एक बिल्डिंग में लगी आग. आग में फंसे थे कोचिंग के बच्चे, राहगीरों ने दी डीसीपी ईस्ट कार्यालय के गनमैन रामप्रकाश कानि. 11053 को सूचना. रामप्रकाश ने मौके पर पहुंच, सीढ़ी लगाकर सबको निकाला बाहर. आपकी इस बहादुरी पर राजस्थान पुलिस को गर्व है।