नई दिल्ली । गुजरात के पाटीदार नेता नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। उनके  कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने की उम्मीद है। बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता पिछले कई महीनों से नरेश पटेल को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों होने वाले हैं। नरेश पटेल अगर कांग्रेस जॉइन करते हैं तो हार्दिक पटेल की राह पार्टी में मुश्किल हो सकती है। हालांकि, हाल के दिनों में उन्होंने अपने बागी तेवर पार्टी आलाकमान को दिखाए हैं। नरेश पटेल श्री खोदलधाम ट्रस्ट (एसकेटी) के अध्यक्ष हैं, जो लेउवा पटेल समुदाय द्वारा प्रतिष्ठित मां खोदियार के मंदिर का प्रबंधन करता है। लेउवा पटेल मुख्य रूप से गुजरात में रहने वाले पाटीदार समुदाय की उप-जाति हैं। पटेल समुदाय का वोट अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है और कई सीटों का भाग्य इस बात पर निर्भर करता है कि यह समुदाय किसे और कैसे वोट करता है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी की आलोचना की थी और कहा था कि पार्टी द्वारा पाटीदार नेताओं और नरेश पटेल का अपमान किया जा रहा है। हार्दिक पटेल ने कहा, "पाटीदार ने 2017 के चुनावों में कांग्रेस को अच्छी संख्या में जीतने में मदद की। अब कांग्रेस उन्हीं पाटीदारों और खोदलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल का अपमान कर रही है। पिछले दो वर्षों में हमने नरेश पटेल के राजनीति में शामिल होने के बारे में बहुत कुछ सुना है। पार्टी निर्णय लेने में इतना समय क्यों ले रही है? कांग्रेस नरेश पटेल और पाटीदारों का अपमान क्यों कर रही है? क्या यह निर्णय लेना इतना मुश्किल है