भोपाल । प्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने की पूरी संभावना हैं। जबलपुर, रायसेन, विदिशा सहित 14 जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के मध्य में बना ऊपरी हवा का चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश में एक बार फिर मानसून की गतिविधियों में तेजी आ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में राजस्थान पर बने कम दबाव के क्षेत्र से अजमेर, शिवपुरी, सीधी, डाल्टनगंज, शांति निकेतन से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। राजस्थान पर ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है।इसके अतिरिक्त गुजरात के तट से लेकर केरल के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका भी बनी हुई है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका मप्र से होकर गुजर रही है। साथ ही अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण मानसून सक्रिय बना हुआ है। इस वजह से पूरे प्रदेश में वर्षा का सिलसिला अभी बना रहेगा। विशेषकर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ेंगी। उधर, 14 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात के बनने की संभावना है। उसके प्रभाव से मानसून की गतिविधियों में और तेजी आएगी। शुक्ला के मुताबिक अमूमन राजस्थान तक पहुंचकर हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात कमजोर पड़ने के बाद समाप्त हो जाते हैं, लेकिन वर्तमान में गुजरात से राजस्थान पहुंचा चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। दरअसल, उसे अरब सागर से लगातार नमी मिल रही है। इस वजह से वह शक्तिशाली हो गया है। इसके प्रभाव से राजस्थान की सीमा से लगे मप्र के क्षेत्र में वर्षा भी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक श्यौपुर कलां, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी, उमरिया, छिंदवाड़ा, पन्ना, जबलपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी एवं कटनी जिले में भारी वर्षा हो सकती है।इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक जबलपुर में 31, मंडला में 23, छिंदवाड़ा में 13, रीवा में 13, सिवनी में 12, पचमढ़ी में आठ, ग्वालियर में 6.8, गुना में छह, उज्जैन में तीन, नौगांव, दमोह, धार एवं उमरिया में दो, रतलाम में एक, सागर में 0.4, सतना में 0.3, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई।