उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हुए हिंसा कांड को लेकर प्रतिक्रिया दी है। इंटरनेट मीडिया एक्स पर मायावती इस हिंसा को लेकर चिंता जताते हुए पोस्ट किया। इसके जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है। इसे बनाए रखने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।

गौरतलब है कि 10 जून को बलौदाबाजार के कलेक्ट्रेट परिसर में बड़ी संख्या में असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ कर आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना में लगभग 240 निजी और शासकीय वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे। जिनमें पूरी तरह से जले 31 निजी और शासकीय चार पहिया वाहन हैं, 60 दो पहिया वाहन, 27 क्षतिग्रस्त चार पहिया वाहन और लगभग 122 क्षतिग्रस्त दो पहिया वाहन शामिल हैं। अब तक क़े आकलन में करीब 12 करोड़ रुपये क्षति का अनुमान लगाया जा चुका है। मामले में 13 अलग अलग एफआइआर दर्ज किए गए है साथ ही अब तक 138 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

मायावती ने की असली दोषियों पर कार्रवाई की मांग

मायावती ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के आस्था के केंद्र गिरौदपुरी से लगी हुई अमरगुफा में असामाजिक तत्वों के द्वारा पूज्य बाबा गुरु घासीदास के जैतखाम को नुकसान पहुंचाना चिंताजनक है। इसके विरोध में सतनामी समाज की ओर से सीबीआइ जांच की मांग को लेकर बलौदाबाजार में किए गए धरना प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर परिसर में षड्यंत्रकारी असामाजिक तत्वों की तोड़-फोड़ आदि की घटना भी निदंनीय है। उक्त घटना की आड़ में शासन प्रशासन की ओर से निर्दोष सतनामी समाज के लोगों की गिरफ्तारी व मारपीट के पर रोक लगाई जाए तथा उन्हें बिना शर्त तत्काल रिहा किया जाए व असली दोषियों के पर जांच कर कार्यवाही की जाए।

शांति व्यवस्था कायम रखना सरकार की पहली प्राथमिकता : साय

मायावती के सवालों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इंटरनेट मीडिया पर ही जवाब दिया कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है और इसे बनाए रखने की हरसंभव कोशिश की जाएगी। प्रदेश की शांति व्यवस्था को कायम रखना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। कुछ निहित स्वार्थी तत्व राजनीतिक प्रश्रय पाकर समाज में विष बोने का काम कर रहे हैं। उनसे कड़ाई से निपटा जाएगा। हर समाज के लोग यहां आपस में सौहार्द के साथ रहते हैं। आपने उपद्रवियों की निंदा की। इसके लिए पुनः धन्यवाद आपका। पूज्य बाबा गुरु घासीदास के उपदेश हमारे लिए प्रेरक हैं। ‘मनखे मनखे एक समान...’ की भावना से ही हमारी सरकार काम कर रही है।