भिंड ।   मेहगांव में शिक्षिका का क्वार्टर खाली करने गए अफसरों के पैर उस समय पीछे हट गए, जब भोपाल से फोन पहुंचा। भोपाल से फोन आते ही अफसरों ने कार्रवाई में त्रुटि होना बता दिया।जानकारी के अनुसार भिंड के जनपद का क्वार्टर शिक्षा विभाग की अध्यापिका वंदना दुबे के नाम से अलॉट है। स्थानीय स्तर पर इस क्वार्टर को खाली कराए जाने का आदेश मेहगांव एसडीएम विकास कुमार सिंह द्वारा दिया गया। इस बंगले को खाली कराए जाने को लेकर पहले शनिवार को 24 घंटे का समय देते हुए नोटिस चस्पा किया गया।

आदेश में त्रुटि बताकर रोकी कार्रवाई

सोमवार को क्वार्टर खाली कराए जाने के लिए तहसीलदार प्रदीप केन, आरआइ विनोद तोमर व पटवारी समेत नगर परिषद के कर्मचारी व पुलिस पहुंची। यहां तहसीलदार द्वारा पंचनामा तैयार कर ताले तोड़े गए। इसके बाद क्वार्टर में रखे सामान को जब्ती किए जाने को लेकर कागजी कार्रवाई चल रही थी। इसी समय भोपाल से प्रशासनिक अफसरों के पास फोन आया। सामान की जब्ती दर्शाकर उसे नगर परिषद के ट्रैक्टर-ट्राली में रखने की तैयारी थी। तभी आदेश में त्रुटि का हवाला देते हुए कार्रवाई को रोक दी गई।

वहीं मेहगांव एसडीएम विकास कुमार सिंह का कहना है कि जनपद पंचायत विभाग कार्यालय के क्वार्टर को गलत तरीके से शिक्षा विभाग के कर्मचारी को आवंटित किया गया था। जनपद की ओर से क्वार्टर को खाली कराए जाने का पत्र आया था। तहसीलदार के साथ टीम गई थी। तभी आदेश में त्रुटि की जानकारी लगी तो कार्रवाई को राेक दी गई।