मैड्रिड । पहली बार महिला टीम के फीफा महिला विश्व कप फुटबॉल खिताब जीतने के बाद से ही स्पेन में जश्न का माहौल है। टीम के अलावा प्रशंसक और देश के सभी लोग खुशी मनाते हुए नजर आ रहे हैं। टीम के कोच जॉर्ज विल्डा ने कहा कि करीब एक दशक के बाद टीम ने कोई बड़ा खिताब जीता है जिससे लोगों को जश्न मनाने का ये अवसर मिला है। चाहे मैड्रिड हो या बार्सीलोना पर ओर फुटबॉल के दीवाने जश्न में डूबे नजर आये। स्पेनिश महिला टीम ने एक संघर्षपूर्ण फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 1-0 से हराकर पहली बार विश्व कप का खिताब जो जीता है। इससे पहले पुरुष टीम ने साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका में अपना एकमात्र विश्व कप जीता था। अब ठीम 13 साल बाद महिला टीम ने विश्व कप हासिल किया है। महिला टीम की खिताबी जीत का कितना महत्व है इसका पता इससे चलता है कि रानी लेतीजिया भी अपनी टीम का हौंसला बढ़ाने के लिए सिडनी पहुंची थी और मैच के बाद खिलाड़ियों ने उन्हें जर्सी भेंट की थी। 
एक प्रशंसक ने कहा कि इस टीम ने दिखाया है कि महिला फुटबॉल को भी वही सम्मान मिले जो पुरुष टीम को मिलता है। उन्होंने कहा कि युवा लड़कियों ने अपने को साबित किया है, इसी कारण उन्हें यह सुखद अनुभव करने का मौका मिला। हमने कभी उम्मीद नहीं की थी कि यह टीम इतनी आगे जाएगी और उन्होंने ऐसा कर दिखाया। यह दिखाता है कि आपको हमेशा अपने पर भरोसा रखना चाहिए। वहीं एक कमेंटेटर ने कहा कि पूरे देश का सपना आज वास्तविकता में बदल गया है और 4788 दिन बाद स्पेन एक बार फिर विश्व चैंपियन बना है। 
साथ ही कहा कि महिला टीम की खिताबी जीत के जश्न की तुलना साल 2010 में पुरुष टीम की जीत के जश्न से नहीं की जा सकती पर इसके बाद भी महिला टीम के समर्थन के लिए बड़ी तादाद में प्रशंसक सड़कों पर उतरे। गौरतलब है कि विश्वकप को लेकर देश में जबरदहस्त जुनून रहा। 100 से अधिक शहरों में अधिकारियों ने सार्वजनिक तौर पर मैच दिखाने के लिए बड़ी स्क्रीन का इंतजाम किया। मैड्रिड में प्रशसंकों ने शहर के बार में फाइनल का आनंद  उठाया जबकि लगभग सात हजार लोगों के लिए बड़ी स्क्रीन पर मैच देखने की व्यवस्था की गई थी। एक प्रशंसक ने कहा कि यह एतिहासिक क्षण है, यह दिखाता है कि हमारी महिलाओं का भी फुटबॉल में अहम स्थान है।