कोटा. कोचिंग सिटी कोटा में स्ट्रीट डॉग्स (Street Dogs) ने जबर्दस्त आतंक फैला रखा है. शहर में एक स्ट्रीट डॉग ने घर में झूले में सो रहे 7 महीने के एक मासूम बालक के प्राइवेट पार्ट को नोंच डाला. रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना (Shocking incident) के बाद स्थानीय लोगों में ना केवल स्ट्रीट डॉग से दहशत फैल गई है बल्कि परिजनों में जबर्दस्त आक्रोश भी व्याप्त है. मासूम बालक की हालत गंभीर बनी हुई है. वह जेके लॉन अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है.

जानकारी के अनुसार घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है. मुकेश कालबेलिया पुरोहितजी की टापरी इलाके में रहता है. दो दिन पहले घर में उसका 7 महीने का बेटा झूले में सोया हुआ था. इस दौरान घर दरवाजा खुला देख एक स्ट्रीट डॉग अंदर घुस गया. उसने अपने दांतों से कपड़े के झूले को फाड़ दिया. फिर मासूम पर हमला कर उसका गुप्तांग चबा लिया. बच्चे के रोने की आवाज सुनकर मुकेश और उसकी पत्नी दौड़कर आए.

लहूलुहान हालत में तड़प रहा था मासूम
वहां मासूम लहूलुहान हालत में तड़प रहा था. इस पर उन्होंने तत्काल डॉग को वहां से भगाया और पीड़ित बच्चे को तत्काल कोटा के जेके लोन अस्पताल ले गये. वहां उसका उपचार किया जा रहा है. जेके लोन अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया कि डॉग बाइट के 24 घंटे के भीतर एंटी रेबीज वैक्सीन और रेबीज इम्यूनोग्लॉबिन लगाई जाती है. समय पर एंटी रेबीज वैक्सीन और रेबीज इम्यूनोग्लॉबिन लगने पूरी तरह सेफ्टी रहती है.

बजरंगनगर में हो चुकी है ऐसी घटना
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बजरंगनगर इलाके में 10 साल की मासूम पर स्ट्रीट डॉग्स ने हमला कर दिया था. भागते से समय बच्ची सड़क पर गिर गई. डॉग्स ने उसे पैर पर काट लिया. चिल्लाने पर आसपास के लोग पहुंचे. बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया और उसका इलाज करवाया गया. डॉग्स के हमले की रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना गली में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई थी.

शहर में है स्ट्रीट डॉग का आतंक
शहर में स्ट्रीट डॉग का जबर्दस्त आतंक देखा जा रहा है. आए दिन इस तरह की घटनायें सामने आ रही हैं. शहर में इससे पहले भी डॉग बाइट के कई मामले सामने आ चुके हैं. इससे स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है. लोगों की मांग है कि निगम को इन पर अंकुश लगाना चाहिये.