ऑटो में अकेली महिलाओं को निशाना बनाने वाला बदमाश गिरफ्तार: 100 कैमरों की फुटेज ने पहुंचाया अपराधी तक
विधायकपुरी थाना पुलिस ने बुजुर्ग महिलाओं को ऑटो में बैठा सोने के कंगन लूटने वाले वाले दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया। लुटेरे वारदात को अंजाम देने के बाद ऑटो को पार्किंग में खड़ा कर तुरंत दिल्ली भाग जाते। सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर पुलिस ने 500 ऑटो चालकों से पूछताछ कर सरगना और उसके साथी को गिरफ्तार लिया। इस मामले में दो आरोपी अभी फरार हैं।
सट्टा और अय्याशी का शौकीन
डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गोविंद राजकोटिया (71) और अश्विन मीठापुरा (23) मूलतः भावनगर गुजरात हाल दिल्ली के रहने वाले हैं। सरगना गोविंद जुआ-सट्टा और अय्याशी का शौकीन था। इस कारण परिवार ने उसे घर से बाहर कर दिया। वह जयपुर एवं दिल्ली में रहने लगा।
दस साल दिल्ली में वारदात
वर्ष 2014 से गलता गेट इलाके में रहने के दौरान पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद वह दूसरी शादी करके दिल्ली चला गया। दिल्ली में गिरोह बनाकर कई वारदात को अंजाम दिया। दस साल से वह दिल्ली में रहकर वारदात को अंजाम दे रहा था।
जयपुर में खरीदा ऑटो, गिरोह बनाया
सरगना गोविंद को जयपुर में रहने के दौरान यहां के रास्तों के बारे में अच्छी जानकारी हो गई थी। इस दौरान वह ऑटो रिक्शा खरीदकर चलाने लगा। उसने गुजराती जानकारों का गिरोह बनाकर वारदात शुरू की।
ऐसे करते वारदात
साजिश के तहत ऑटो चालक अपने एक या दो साथियों को आगे की सीट पर बैठाकर अलग-अलग बस स्टैंड पर रैकी करते। बुजुर्ग महिलाओं को बैठाकर 200 से 300 मीटर दूर जाने के बाद एक-दो सदस्य ऑटो को रुकवाते और उसी समय ऑटो चालक आगे के टायर में हवा कम होने का बहाना बनाकर साथी को भी पीछे की सीट पर भेज देता। उसके बाद सभी आरोपी बुजुर्ग सवारी को घेरकर उससे धक्का-मुक्की करते। इस बीच ध्यान भटका कर सवारी द्वारा पहने हुए जेवर व कीमती सामान निकाल लेते।
मामला शांत होेने पर वापस लौटते
वारदात को अंजाम देने के बाद ऑटो रिक्शा को पार्किंग में खड़ा कर लग्जरी वाहनों, बस-ट्रेन से दिल्ली भाग जाते। मामला शांत होने के बाद लौटते और ऑटो लेकर चलाने लगते। आरोपियों ने 1 जुलाई को अमरापुर में दर्शन करने आई संगीता नंदवानी और हेमलता वासवानी के साथ वारदात को अंजाम दिया था।