गुना ।   कुशमौदा क्षेत्र में रहने वाले 45 वर्षीय गजानंद लोधा की सोमवार तड़के मौत हो जाने की सूचना परिजन को मिली थी। इसके बाद गजानंद के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और पोस्टमार्टम करने से पहले भूसा फैक्टरी मालिक मुकेश राठौर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग करने लगे।जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि यह काम पुलिस का है, लेकिन पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कहने पर मृतक के परिजन भड़क गए और पुलिस पर भूसा फैक्टरी मालिक से मिली भगत करने का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट का रुख कर दिया।

केवल कलेक्टर से बात करने को लेकर अड़े

इस दौरान मृतक के परिजन के रिश्तेदारों की संख्या बढ़ती जा रही थी, जिन्होंने शुरुआत में हनुमान चौराहे पर कुछ देर के लिए जाम लगाया। इसके बाद कलेक्टर निवास की ओर जाने लगे, लेकिन रास्ते में पुलिसकर्मियों ने समझाइश दी कि कलेक्टर अपने कार्यालय में ही उनसे मुलाकात करेंगे। लेकिन कलेक्ट्रेट पहुंचने पर डिप्टी कलेक्टर द्वारा समस्या सुनने की बात पर मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए और स्पष्ट कह दिया कि वह केवल कलेक्टर सर को ही अपनी बात कहेंगे।

मृतक की पत्नी सड़क पर लेटी

उसके बाद मृतक की पत्नी रेखा बाई सहित दर्जनों की संख्या में रिश्तेदार व परिजन एक बार फिर हनुमान चौराहा पहुंचकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और एक बार फिर जाम लगा दिया। जाम लगाने के दौरान महिलाएं सड़क पर बैठ गई, उनकी गोद में बच्चे भी थे। मृतक गजानंद की पत्नी रेखा सड़क पर लेट गई। रेखाबाई का आरोप था कि 1 दिन पहले उसकी मौजूदगी में मुकेश राठौर द्वारा गजानंद लोधा के साथ चोरी का आरोप लगाते हुए जमकर मारपीट की गई थी। उसे संदेह है कि रात के समय भी मुकेश राठौर ने गजानंद को पीटा था, इसी के चलते उसकी जान चली गई।

प्रदर्शन से आवागमन हुआ ठप

आक्रोश व्यक्त कर रहे मृतक के परिजन द्वारा प्रदर्शन के दौरान देखते ही देखते हनुमान चौराहे पर आवागमन ठप हो गया। इस दौरान नजदीक ही न्यायालय होने के कारण अनेक लोगों को वहां भी जाने से रोक दिया गया। यहां तक कि उन्हें अपनी कार से उतरकर पैदल ही न्यायालय की ओर जाना पड़ा। हालांकि जाम लगने के दौरान चौराहे से गुजर रही एक एंबुलेंस को लोगों ने जाने दिया। इसी बीच कलेक्टर अमनवीर सिंह ने सूचना भिजवाई की मृतक के कुछ परिजन उनसे जाकर मुलाकात कर सकते हैं।

आश्वासन देने के बाद जाम खुलवाया

प्रस्ताव के बाद मृतक गजानंद लोधा का पुत्र और लोधा समाज के पार्षद कलेक्टर से मिलने पहुंचे, जहां उन्हें आश्वासन दिया गया कि गजानंद का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट आने पर तत्काल कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि वे भूसा फैक्ट्री की भी जांच करेंगे और अगर वह अवैध पाई जाती है तो इस मामले में भी आरोपी पर शिकंजा कसा जाएगा। इसके बाद जाम खुलवा दिया गया।