दुर्ग के अंडा थाना क्षेत्र में तांदुला नदी पर बने स्टॉप डैम से बहे दो युवकों के शव आखिरकार लगभग 17 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने खोज निकाले हैं। दोनों युवक नदी में बने स्टॉप डैम के पास अपनी बाइक धो रहे थे इसी दौरान उनका पैर फिसल गया और वह उफनती नदी में बह गए थे। एसडीआरएफ की टीम ने लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर आखिरकार उन युवकों के नदी से बरामद कर लिये हैं। जानकारी के मुताबिक नदी में बहे जिन युवकों के शव मिले हैं, उनकी पहचान मिथिलेश सोनी और चुम्मन ठाकुर के रूप में हुई है। दोनों युवक गांधीभाठा अंडा गांव के रहने वाले थे। मिथिलेश और चुम्मन अपने चार दोस्तों के साथ गुरुवार की दोपहर करीब 2:30 विनायकपुर के तांदुला नदी पर बने स्टॉप डैम की तरफ घूमने गए थे। इसी दौरान वे बाइक धोने के लिए स्टॉप डैम पर बने एनीकट पर ले गए और वहीं मिथलेश और चुम्मन बाइक धो रहे थे कि तभी चुम्मन ठाकुर का पैर फिसल गया और नदी में बहने लगा। जिसको देखकर उसके तीन अन्य दोस्त उसे बचाने के लिए नदी में कूदे दो दोस्त तैरकर नदी के बाहर आ गए लेकिन मिथिलेश और चुम्मन नदी के तेज बहाव में बह गए। इस घटना की जानकारी उनके दोस्तों ने आसपास के लोगों को दी इसके बाद ग्रामीणों ने मिथिलेश और चुम्मन की नदी में बहने की जानकारी अंडा थाना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम और गोताखोरों ने नदी में बहे युवकों की तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू किया। एसडीआरएफ की टीम ने लगातार कई घंटों की रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों युवकों के शव नदी से बरामद कर लिया है। पुलिस ने दोनों के शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। इसके साथ ही इस मामले की जांच में जुट गई है।