कोटा में विगत लोकसभा व विधानसभा चुनाव में एयरपोर्ट का मुद्दा सबसे प्रमुखता से उठाया जाता रहा. कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों की सरकार रही लेकिन श्रेय किसी एक को नहीं मिला जाए यह सोच एयरपोर्ट के काम को पीछे धकेलती चली गई. उम्मीद थी की राजस्थान और केन्द्र में बीजेपी की सरकार होगी तो यह सपना जल्द साकार होगा. अब प्रदेश और केन्द्र में बीजेपी की सरकार है और लोकसभा अध्यक्ष भी कोटा से आते हैं तो इस बार ऐसी उम्मीद की जा रही है कि लोग कोटा से हवाई जहाज को उड़ता देख सकेंगे.

एमओयू पर अगले माह हो जाएंगे हस्ताक्षर 

नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू ने बताया कि मंत्रालय कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के कार्य को बेहद गंभीरता से ले रहा है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राज्य सरकार के बीच एमओयू पर अगले माह हस्ताक्षर हो जाएंगे. एएआई के अधिकारियों को तेजी से काम करते हुए एयरपोर्ट की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार करने को कहा गया है. इसके अतिरिक्त वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से एन्वायरोमेंटर क्लियरेंस सहित अन्य विभागों से एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया भी डीपीआर बनने के साथ ही पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.

निर्माण कार्य प्रारंभ होने के दो वर्ष के भीतर कार्य हो पूरा

डीपीआर बनने और सभी विभागों से एनओसी प्राप्त होने के बाद टेंडर प्रक्रिया को एक निश्चित अवधि में पूरा किया जाएगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी का लक्ष्य होगा कि निर्माण कार्य प्रारंभ होने के दो वर्ष के भीतर कार्य पूरा कर कोटा एयरपोर्ट को ऑपरेशनल कर दिया जाए.

एयरपोर्ट पर उतर सकेगी एयरबस ए-320

कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण होने के बाद यहां एयरबस ए-320 विमान उतर सकेंगे. एयरबस ए-320 की क्षमता 150 से 200 यात्रियों की होती है. भारत में अधिकांशत: इसी विमान का उपयोग किया जाता है. मंत्री नायडू ने कहा कि मंत्रालय का प्रयास रहेगा कि कोटा को देश के सभी प्रमुख शहरों के लिए फ्लाइट उपलब्ध हो.

गर्मी को देखते हुए बढ़ेगी रनवे की लंबाई

कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट पर रनवे की लंबाई अब 3.5 किमी होगी. पहले यह लंबाई 2.8 किमी तय की गई थी. लेकिन बढ़ती गर्मी को देखते हुए विमान परिचालन की आवश्यकताओं के मद्देनजर अब इसे बढ़ाकर 3.5 किमी किया जाएगा.