भोपाल। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोडक़र भाजपा में आए नेताओं द्वारा पार्टी छोड़े जाने के बाद सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। शिवपुरी के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में कहा कि राजनीतिक दल में लोग आएंगे और जाएंगे। यह कोई पहली बार नहीं हुआ है इसमें कुछ नया नहीं है। आजादी के समय से यह प्रक्रिया चल रही है। आपका मन कहीं और जाने का है तो मैं हथकड़ी लगाकर तो नहीं रखूंगा। मैं इतना ही कहूंगा कि मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
सिंधिया ने कहा कि सिंधिया परिवार किसी व्यक्ति के साथ दुर्भावना नहीं रखता है। कूटनीति नहीं करता है। स्वेच्छा से जो लोग जुड़े थे और अब जा रहे हैं तो उन्हें मेरी शुभकामनाएं हैं। शिवपुरी जिले के कोलारस में जाटव समाज के सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए सिंधिया ने कुछ मीडिया कर्मियों से बातचीत में यह प्रतिक्रिया दी। मीडिया कर्मियों ने उनसे पूछा था कि कांग्रेस छोडक़र आपके साथ आए कई सिंधियानिष्ठ पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं इस पर उन्होंने यह बात कही। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोडक़र भाजपा का दामन थामने वाले कई सिंधियानिष्ठ बीते कुछ दिनों में पार्टी छोड़ चुके हैं। इन सिंधिया समर्थकों के अचानक पार्टी बदलने से मध्यप्रदेश में पारा गरम है। सिंधिया समर्थक बैजनाथ सिंह यादव और राकेश गुप्ता बीते दिनों पार्टी छोड़ चुके हैं। भोपाल में कांग्रेस पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने अपनी मौजूदगी में इन सिंधिया समर्थक नेताओं को कांग्रेस की सदस्य दिलाई थी। सिंधिया के साथ भाजपा में आए सिंधिया समर्थक नेताओं द्वारा भाजपा छोडऩे के पीछे कई कारण गिनाए गए हैं। बैजनाथ सिंह यादव और राकेश गुप्ता ने पत्रकारों से चर्चा में कहा था कि वह भाजपा में अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे थे वहां पर उनका अपमान हो रहा था इसलिए उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ दिया और अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में जाने का मन बनाया। शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से जुड़े हुए राकेश गुप्ता ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि सिंधिया के साथ भाजपा में गए कुछ ही नेताओं को पद मिला और फायदा हुआ। अधिकतर सिंधियानिष्ठ उपेक्षित रहे। उन्होंने तो दावा किया था कि आने वाले समय में और भी कई सिंधिया समर्थक नेता भाजपा को छोड़ेंगे।